जब खो देता हूँ मैं अपना आपा, तब मुझे समझाने आते हैं मेरे पापा! जब खो देता हूँ मैं अपना आपा, तब मुझे समझाने आते हैं मेरे पापा!
मैं हूँ ना, हैं ये तीन शब्द संजीवनी संजीवनी संजीवनी। मैं हूँ ना, हैं ये तीन शब्द संजीवनी संजीवनी संजीवनी।
मैं अपने डैडी के बारे में लिखूंगा, क्योंकि उसके पास सोने का दिल था। मैं अपने डैडी के बारे में लिखूंगा, क्योंकि उसके पास सोने का दिल था।
हर दुआओं में हर भक्ति में प्रेम - प्रेम ही झलक रहा ! हर दुआओं में हर भक्ति में प्रेम - प्रेम ही झलक रहा !
शायद आंसुओं में बह गया, जो प्यार जताना चाहते थे। शायद आंसुओं में बह गया, जो प्यार जताना चाहते थे।
जानवरों से भी गयी गुजरी मानवता कहीं खो सी गयी। जानवरों से भी गयी गुजरी मानवता कहीं खो सी गयी।